पर्थ/नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ODI) मैच में अपनी आक्रामक गेंदबाजी के अलावा शानदार फील्डिंग से सबका दिल जीत लिया. सिराज ने बाउंड्री लाइन पर मैथ्यू रेनशॉ के एक निश्चित छक्के को अद्भुत फुर्ती से रोककर भारत के लिए पाँच महत्वपूर्ण रन बचाए. उनका यह प्रयास इतना असाधारण था कि साथी खिलाड़ी विराट कोहली भी उनकी एथलेटिक क्षमता देखकर दंग रह गए, और क्रिकेट जगत में उनके इस बचाव की खूब चर्चा हो रही है.
यह नाटकीय क्षण ऑस्ट्रेलिया की पारी के 17वें ओवर में देखने को मिला, जब स्पिनर वाशिंगटन सुंदर गेंदबाजी कर रहे थे. स्ट्राइक पर मौजूद रेनशॉ ने पिच पर आगे बढ़कर गेंद को लॉन्ग-ऑफ की दिशा में हवा में उठा दिया. गेंद इतनी ऊँची और लंबी गई कि ऐसा लग रहा था कि यह आसानी से बाउंड्री की रस्सी पार कर जाएगी.
लेकिन बाउंड्री लाइन पर तैनात मोहम्मद सिराज के पास कुछ और ही विचार थे.
सिराज ने पूरी गति से दौड़ लगाई और अपनी छलांग को पूरी सटीकता के साथ साधा. उन्होंने हवा में रहते हुए ही गेंद को एक हाथ से कैच कर लिया. अपनी गति और उछाल के कारण सिराज तुरंत भांप गए कि उनका शरीर गेंद को पकड़े रहने पर सीमा रेखा के पार चला जाएगा. एक सेकंड भी बर्बाद किए बिना, उन्होंने कमाल की फुर्ती दिखाते हुए, गेंद को एक हाथ से मैदान के अंदर उछाल दिया और खुद बाउंड्री के बाहर गिरे.
इस शानदार प्रयास के चलते, जो शॉट छक्का होना चाहिए था, वह सिर्फ एक रन में बदल गया. सिराज ने अपनी टीम के लिए सिर्फ एक ही गेंद पर पाँच बेशकीमती रन बचाए, जो आधुनिक क्रिकेट में फील्डिंग के महत्व को दर्शाता है.
इस बचाव के तुरंत बाद मैदान पर मौजूद हर कोई, विशेषकर स्लिप में खड़े विराट कोहली, सिराज की ओर मुड़े और उनके समर्पण और फिटनेस से अचंभित दिखे. उनका रिएक्शन साफ बता रहा था कि उन्होंने सिराज से यह उम्मीद नहीं की थी.
आमतौर पर अपनी तेज और आक्रामक गेंदबाजी के लिए पहचाने जाने वाले मोहम्मद सिराज ने इस पल से यह साबित कर दिया कि वह अब भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऑल-राउंड कंट्रीब्यूटर बन गए हैं. यह घटना एक बार फिर इस बात को रेखांकित करती है कि क्रिकेट के आधुनिक युग में, फिटनेस और फील्डिंग उतनी ही महत्वपूर्ण हो गई हैं जितनी कि बल्लेबाजी और गेंदबाजी. सिराज का यह 'सुपरहीरो' प्रयास केवल रन बचाने तक ही सीमित नहीं था, बल्कि इसने पूरी भारतीय टीम में नई ऊर्जा भर दी और मैच में भारत की पकड़ को मजबूत करने में मदद की.