भोपाल। बिहार की तरह मध्यप्रदेश के कई अंचलों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, सतना, सिंगरौली और शहडोल में छठ पूजा का विशेष महत्व है। इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बिहार मूल के नागरिक निवास करते हैं, जो नदियों और तालाबों के किनारे पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास से छठ पूजा मनाते हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी छठ पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इस बार एक खास बात यह है कि मध्यप्रदेश सरकार के कई मंत्री और भाजपा नेता इस अवसर पर अपने क्षेत्र में मौजूद नहीं रहेंगे।
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र मध्यप्रदेश के लगभग एक दर्जन मंत्री और 100 से अधिक भाजपा नेताओं की ड्यूटी बिहार में लगाई गई है। इनमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल हैं, जिनकी कई चुनावी सभाएं बिहार में प्रस्तावित हैं। इन नेताओं को दीपावली के तुरंत बाद से लेकर 3 नवम्बर तक बिहार के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में वे 28 अक्टूबर को होने वाले छठ पर्व के दौरान भी बिहार में ही मौजूद रहेंगे। पार्टी की ओर से उन्हें स्थानीय छठ पूजा कार्यक्रमों में शामिल होने के निर्देश भी दिए गए हैं।
कई नेताओं को सौंपी है अह्म जिम्मेदारी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल, संगठन महामंत्री हितानंद सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी बिहार चुनाव में अहम भूमिका सौंपी गई है। छठ पर्व के अवसर पर मध्यप्रदेश में आमतौर पर इन नेताओं की सक्रिय भागीदारी रहती है, लेकिन इस बार बिहार चुनाव की प्राथमिकता के चलते स्थानीय स्तर पर इनकी अनुपस्थिति महसूस की जाएगी।