Afghanistan-PAK Ceasefire: कुछ घंटे में ही टूटा संघर्ष विराम, पाकिस्तान पर रिहायशी इलाकों पर हमले का आरोप

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, काबुल Published by: राहुल कुमार Updated Fri, 17 Oct 2025 10:41 PM IST

Pakistan-Afghanistan Conflict: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कुछ ही घंटों बाद टूट गया है। तालिबान ने दावा किया है कि पाकिस्तानी सेना ने उनके इलाकों में नागरिकों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए हैं।

पाकिस्तान अपनी दोगली हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ जारी संघर्ष विराम के बीच पक्तिका प्रांत में नागरिकों को निशाना बनाकर हवाई हमले किया है। एक तालिबान अधिकारी ने हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि इस्लामाबाद ने संघर्ष विराम तोड़ दिया है। एक तालिबानी अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के अरगुन और बरमल जिलों में आवासीय इमारतों को निशाना बनाया है। पाकिस्तान ने युद्धविराम तोड़ दिया है और पक्तिका में तीन जगहों पर बमबारी की है। 

यह घटना अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच कथित तौर पर अस्थायी संघर्ष विराम बढ़ाए जाने की खबरों के कुछ घंटों बाद हुई है। बता दें कि शुक्रवार शाम को समाप्त होने वाला संघर्ष विराम दोहा वार्ता के समापन तक बढ़ा दिया गया है। लगभग एक हफ्ते पहले शुरू हुई झड़पों के बाद से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के दर्जनों सैनिक और नागरिक मारे गए हैं। जिसके बाद दोनों देश के बीच दो दिन पहले 48 घंटे का संघर्ष विराम लागू हुआ था। ख्वाजा आसिफ की अफगानिस्तान को गीदड़भभकी
वहीं दूसरी ओर रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान अब अफगानिस्तान के साथ पहले जैसे रिश्ते नहीं रख सकता। उनकी यह टिप्पणी 48 घंटे के संघर्ष विराम की समय सीमा समाप्त होने के बाद आई है। हालांकि, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि युद्धविराम की अवधि इसलिए बढ़ा दी गई है क्योंकि दोनों पक्षों के प्रतिनिधि मौजूदा तनाव का समाधान ढूंढने के लिए कतर के दोहा में मिलने वाले हैं।अफगानों को अपने वतन लौटना होगा- ख्वाजा आसिफ
आसिफ ने कहा, पाकिस्तान अब काबुल के साथ पहले जैसे रिश्ते नहीं रख सकता। उन्होंने कहा, पाकिस्तानी धरती पर रहने वाले सभी अफगानों को अपने वतन लौटना होगा। हमारी जमीन और संसाधन 25 करोड़ पाकिस्तानियों के हैं। उन्होंने कहा, आत्मसम्मान वाले देश विदेशी जमीन और संसाधनों पर नहीं पनपते। उन्होंने अफगानिस्तान को धमकी देते हुए कहा, पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद जहां भी पनपेगा, वहां से भारी कीमत वसूल की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी, अब न तो विरोध पत्र देंगे और न ही शांति की अपील की जाएगी और कोई प्रतिनिधिमंडल काबुल नहीं जाएगा। आतंकवाद का स्रोत चाहे कहीं भी हो, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। 
भारत के खिलाफ अपनी भड़ास निकालते हुए आसिफ ने यह भी आरोप लगाया कि अफगानिस्तान भारत का छद्म बन गया है और नई दिल्ली तथा प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के साथ मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रच रहा है। काबुल के शासक भारत की गोद में बैठकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।

Leave Comments

Top