मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शुक्रवार-शनिवार की रात प्रदेश के कई जिलों में न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई। राजधानी भोपाल, नौगांव और उमरिया तापमान के मामले में हिल स्टेशन पचमढ़ी से भी ज्यादा ठंडे रहे। भोपाल और नौगांव में पारा 4.6 डिग्री, उमरिया में 4.7 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री रहा। इस दौरान राजगढ़ प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा, जहां तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। प्रदेश के बड़े शहरों में भी सर्दी का असर साफ नजर आया। इंदौर में न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री, ग्वालियर में 6.7 डिग्री, उज्जैन में 7.3 डिग्री और जबलपुर में 7.4 डिग्री दर्ज किया गया। खजुराहो, रीवा, रायसेन, शिवपुरी, दमोह, मंडला, दतिया, सतना, गुना, श्योपुर, धार, रतलाम समेत लगभग 25 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे पहुंच गया, जिससे ठिठुरन बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार, 30 दिसंबर को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इसके प्रभाव से मध्यप्रदेश में सर्द हवाएं तेज होंगी और आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है।
घने कोहरे से बढ़ी मुश्किल, ट्रेन लेट
घने कोहरे ने भी हालात मुश्किल कर दिए। भोपाल, मंडला, रीवा, सतना, पचमढ़ी, दतिया, धार, गुना, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, खजुराहो, नौगांव, अशोकनगर, झाबुआ, खंडवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शाजापुर और सीहोर सहित कई जिलों में दृश्यता बेहद कम रही। इसके चलते दिल्ली से भोपाल, इंदौर और उज्जैन की ओर आने वाली कई ट्रेनें अपने तय समय से देरी से पहुंचीं।शनिवार सुबह भी कोहरे का असर बना रहा। ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में घना कोहरा छाया रहा। ठंड और कोहरे के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है और सुबह के समय लोग अलाव जलाकर सर्दी से बचाव करते नजर आए। तापमान का हाल (डिग्री सेल्सियस में)
- राजगढ़: 3.8
- भोपाल: 4.6
- नौगांव: 4.6
- उमरिया: 4.7
- पचमढ़ी: 4.8
- इंदौर: 6.2
- ग्वालियर: 6.7
- उज्जैन: 7.3
- जबलपुर: 7.4
प्रति-चक्रवात का असर मालवा क्षेत्र में
गुजरात में बने प्रति-चक्रवात का असर मालवा क्षेत्र में देखने को मिला है, जिससे इंदौर सहित कुछ शहरों में रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि हवाओं के साथ नमी बढ़ने से कई इलाकों में कोहरे का असर और गहरा सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि दिसंबर के आखिरी दिनों तक ठंड और कोहरे का यह दौर जारी रह सकता है।उत्तरी हवाओं का सीधा असर मध्यप्रदेश पर
हिमालय क्षेत्र में सक्रिय रहा पश्चिमी विक्षोभ अब कमजोर पड़ गया है, जिससे उत्तरी हवाओं का सीधा असर मध्यप्रदेश पर दिखने लगा है। इसी कारण प्रदेश में सर्दी का प्रकोप अचानक बढ़ गया है। प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी इस समय सबसे ठंडा इलाका बना हुआ है, जहां रात का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया जा रहा है। गुरुवार-शुक्रवार की रात यहां न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री तक गिर गया, जिससे ओस की बूंदें जमने लगीं। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं की दिशा में हल्का बदलाव संभव है। इसके चलते न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन प्रदेश के अधिकांश शहरों में रातें अभी भी सर्द बनी रहेंगी और तापमान 10 डिग्री से नीचे ही रहेगा।