मध्य प्रदेश कांग्रेस ने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की। बैठक में संगठन सृजन अभियान, जनसंपर्क बढ़ाने और आने वाले राजनीतिक संघर्ष की रणनीति पर लंबा मंथन हुआ। पार्टी ने साफ संकेत दिए कि 2026 में कांग्रेस प्रदेश से लेकर गांव और वार्ड स्तर तक पूरी ताकत से सक्रिय रहेगी। बैठक में प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, सीडब्ल्यूसी सदस्य कमलेश्वर पटेल सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, विधायक, पूर्व मंत्री, सांसद और सभी जिलाध्यक्ष मौजूद रहे। बड़ी संख्या में नेताओं की मौजूदगी को संगठनात्मक एकजुटता के तौर पर देखा जा रहा है।
कांग्रेस ने मतदाता अधिकारों की रक्षा, जनसंपर्क बढ़ाने और सरकार के खिलाफ मुद्दों को उठाने के लिए प्रदेशभर में गांव चलो-बूथ चलो अभियान चलाने का ऐलान किया है। इस अभियान की निगरानी और क्रियान्वयन के लिए प्रदेश प्रभारी के नेतृत्व में प्रदेश और संभाग स्तर की समितियां अगले कुछ दिनों में गठित की जाएंगी।
एसआईआर पर सवाल, चुनावी निष्पक्षता पर उठे मुद्दे
प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने एसआईआर प्रक्रिया को निष्पक्ष न बताते हुए गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ रही है। साथ ही भाजपा पर संविधान और महात्मा गांधी के विचारों के विपरीत काम करने का आरोप भी लगाया गया। 1 जनवरी से 15 फरवरी तक संगठन सृजन अभियान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बताया कि 1 जनवरी 2026 से 15 फरवरी 2026 तक पूरे प्रदेश में पंचायत, वार्ड और मंडल स्तर पर संगठन का पुनर्गठन पूरा कर लिया जाएगा। उनका कहना था कि यह कांग्रेस के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब 71 जिला कांग्रेस अध्यक्षों और सभी ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति पारदर्शी संगठनात्मक प्रक्रिया के तहत एक साथ की गई है।
2023 चुनावों पर बड़ा आरोप
जीतू पटवारी ने 2023 विधानसभा चुनावों को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि करीब 60 विधानसभा सीटों पर जीत के अंतर से कहीं ज्यादा वोट एसआईआर प्रक्रिया में काटे गए, जिससे यह संदेह मजबूत होता है कि चुनाव में वोटर लिस्ट से छेड़छाड़ हुई। उन्होंने इसे वोट चोरी करार दिया।
पटवारी-सिंघार के कार्यकाल की सराहना, संगठन पर भरोसा
बैठक के बाद नेताओं ने बताया कि दो साल के कार्यकाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के संगठनात्मक कामकाज की सर्वसम्मति से सराहना की गई। पंचायत और वार्ड कमेटियों के गठन, मास कनेक्ट प्रोग्राम और बूथ स्तर तक पार्टी की पकड़ मजबूत करने पर सहमति बनी।