पटवारी ने कहा चरमरा गई कानून व्यवस्था
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भय, अपराध और असुरक्षा के माहौल में जी रहा है तथा कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। गृह विभाग काग़ज़ों और विज्ञापनों तक सीमित रह गया है।
पटवारी ने कहा कि प्रदेश में 20 हजार से अधिक पुलिस पद रिक्त हैं, जिसके चलते अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि अब तक इस गंभीर स्थिति पर ठोस हस्तक्षेप क्यों नहीं किया गया। एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं और आदिवासियों के खिलाफ अपराधों में मध्य प्रदेश देश के शीर्ष राज्यों में शामिल है, फिर भी वर्षों से कोई विशेष सुरक्षा योजना नहीं बनाई गई। उन्होंने आदिवासी बहुल जिलों में अत्याचार निवारण अधिनियम के मामलों में गिरफ्तारी, चार्जशीट और सजा की कमजोर दर पर भी चिंता जताई। पटवारी ने पूछा कि इन जिलों में विशेष पुलिस व्यवस्था और जवाबदेही तय करने के लिए गृह मंत्रालय ने अब तक क्या कदम उठाए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मंदसौर के मल्हारगढ़ थाने का उल्लेख करते हुए कहा कि जिसे सरकार ने देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस थानों में शामिल किया था, वहीं एक निर्दोष छात्र को ड्रग्स तस्करी के मामले में फंसाने का गंभीर आरोप सामने आया है। उन्होंने सवाल उठाया कि इस तरह की रेटिंग किस आधार पर दी जाती है।
5 सौ से ज्यादा बलात्कार, आरोपी खुले घूम रहे
पटवारी ने कहा कि प्रदेश में 23 हजार से अधिक बेटियां लापता हैं और 575 से ज्यादा बलात्कार के आरोपी खुले घूम रहे हैं, जो कानून व्यवस्था के पूर्ण पतन को दर्शाता है। इतने गंभीर आंकड़ों के बावजूद पुलिस की जवाबदेही तय करने के लिए अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।