भोपाल के निशातपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत अमन कॉलोनी में स्थित कुख्यात ईरानी डेरा एक बार फिर पुलिस और खुफिया एजेंसियों के निशाने पर है। इस बस्ती में वर्तमान में करीब 70 मकान हैं और लगभग हर घर में कोई न कोई अपराधी सक्रिय बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ईरानी डेरा न सिर्फ भोपाल बल्कि देश के कई राज्यों में वांछित बदमाशों का सुरक्षित ठिकाना बन चुका है।
मुन्ने ईरानी के दौर से ही यह इलाका अपराधियों का गढ़ रहा है। उसकी मौत के बाद उसका शागिर्द राजू ईरानी डेरे की कमान संभाल रहा है। बताया जा रहा है कि ईरानी डेरे के करीब 70 परिवारों में से 50 से अधिक परिवारों के आपराधिक मामलों को राजू ईरानी ही नियंत्रित करता है। हालांकि राजू खुद वर्षों से किसी वारदात में सीधे शामिल नहीं हुआ, लेकिन उसने करोड़ों रुपये का आपराधिक नेटवर्क खड़ा कर लिया है।
महिला भी संभालती है गैंग की कमान
ईरानी डेरे में एक महिला भी सक्रिय है, जो राजू ईरानी के साथ मिलकर गैंग को संचालित करती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह महिला खासतौर पर महिलाओं द्वारा की जाने वाली आपराधिक वारदातों, पुलिस दबिश के दौरान हंगामा, अर्धनग्न होकर शोर मचाना और पुलिसकर्मियों पर झूठे आरोप लगाने जैसी गतिविधियों की रणनीति तय करती है। डेरा में उसे “ड्रग्स की रानी” के नाम से जाना जाता है।
34 आरोपी जेल में, सरगना फरार
हाल ही में भोपाल पुलिस ने दो दिन पहले एक साथ छापेमारी कर 10 महिलाओं सहित 34 बदमाशों को गिरफ्तार किया था। इन पर पुलिस टीम पर हमला करने और पुराने वारंटों में फरार रहने के आरोप हैं। सभी आरोपी फिलहाल जेल में हैं, जबकि गैंग के सरगना राजू ईरानी और अन्य वांछित अपराधियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
लूट और ठगी की रकम का बंटवारा करता है राजू
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ईरानी गैंग देश के 12 से अधिक राज्यों में नकली सेल्स टैक्स अधिकारी, सीबीआई या पुलिस अधिकारी बनकर लूट और ठगी की वारदातों को अंजाम देता है। इन वारदातों से मिलने वाली रकम का हिसाब-किताब और बंटवारा राजू ईरानी ही करता है। किस अपराधी को कितना हिस्सा मिलेगा, यह वही तय करता है।
ऐसी ट्रेनिंग कि पुलिस भी नहीं उगलवा पाती नाम
गैंग के सदस्यों को ऐसी ट्रेनिंग दी जाती है कि पकड़े जाने पर वे अपने किसी साथी का नाम उजागर नहीं करते। कई बार वे अपना नाम और पता तक बदलकर बताते हैं, जिससे पुलिस जांच भटक जाए। यदि किसी अपराधी को किसी राज्य में गिरफ्तार किया जाता है, तो उसकी जमानत, मुकदमे का खर्च और परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी भी लूट की रकम से राजू ईरानी ही उठाता है। इसी कारण गैंग के सदस्य उसे अपना सरदार मानते हैं।
जाकिर ईरानी भी बराबर का भागीदार
राजू ईरानी के साथ उसका छोटा भाई जाकिर ईरानी भी बीते कुछ वर्षों से गैंग के फैसलों और आपराधिक गतिविधियों में बराबर की भूमिका निभा रहा है। पुलिस का मानना है कि यदि राजू ईरानी गिरफ्तार होता है, तो जाकिर ईरानी आगे चलकर ईरानी डेरे की कमान संभाल सकता है। फिलहाल भोपाल पुलिस ईरानी गैंग की पूरी कुंडली खंगाल रही है और सरगना राजू ईरानी की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।