दस लाख से ज्यादा मतदाताओं के काटे जा सकते हैं नाम

प्रदेशभर में 8 लाख से अधिक मृत मतदाता मिले
भोपाल।  मध्यप्रदेश में मतदाता सूची को फ्रीज किए जाने के बाद चल रही एसआईआर (स्पेशल समरी रिवीजन) जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। पिछले 35 दिनों में प्रदेशभर में 8 लाख 13 हजार मतदाता मृत पाए गए हैं। ये सभी नाम 16 दिसंबर को जारी होने वाली प्रारूप मतदाता सूची से हटाए जाएंगे।
इसी तरह 2 लाख 43 हजार 603 मतदाताओं के नाम दोहरी प्रविष्टि (डबल एंट्री) में मिले हैं, जिन्हें एक ही सूची में समायोजित कर बाकी जगहों से हटाया जाएगा। इस प्रकार अब तक की प्रक्रिया में कुल 10 लाख 37 हजार 137 नाम हटने की स्थिति बन चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि यह संख्या आगे और बढ़ सकती है। जानकारी के अनुसार जबलपुर और सागर में मृत मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक पाई गई है, जबकि सीहोर और पन्ना में यह संख्या अपेक्षाकृत कम है। हालांकि चुनाव आयोग ने इन आंकड़ों को अभी आधिकारिक रूप से जारी नहीं किया है। एसआईआर कार्यवाही के तहत अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत और डबल एंट्री वाले मतदाताओं की पहचान के लिए ’’हर मतदान केंद्र पर 10 दिसंबर तक बीएलओ, बीएलए की बैठकें आयोजित की जा रही हैं। प्रदर्शित सूचियों पर राजनीतिक दलों को अवलोकन का अवसर दिया गया है और आपत्तियां दर्ज कराने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर तय की गई है।
भोपाल से हटेंगे 4 लाख से अधिक नाम
राजधानी भोपाल में भी एसआईआर जांच में बड़े पैमाने पर विसंगतियां सामने आई हैं। यहां की मतदाता सूची से 4 लाख 7 हजार 944 नाम हटने की संभावना है। इनमें से अधिकांश मतदाता या तो अपने पते पर उपलब्ध नहीं हुए, कहीं और स्थानांतरित हो गए, या 31 हजार से अधिक मतदाता मृत पाए गए। गोविंदपुरा विधानसभा (मंत्री कृष्णा गौर) में 61 हजार से अधिक वोटर शिफ्ट मिले, नरेला विधानसभा (मंत्री विश्वास सारंग) में 5,679 मतदाता मृत पाए गए हैं। इसी तरह हुजूर विधानसभा मृत मतदाताओं की संख्या 5 हजार से अधिक बताई जा रही है।

Leave Comments

Top