भाजपा ने रविवार को अपने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष का एलान कर दिया। इसी के साथ जगत प्रकाश नड्डा अब पार्टी के मुखिया के पद से हट गए हैं। यूं तो नड्डा का कार्यकाल 2024 में ही खत्म हो गया था, लेकिन भाजपा के अध्यक्ष के चुनाव में कुछ अड़चनें आ रही थीं, जिसके चलते नड्डा के कार्यकाल को ही एक साल के लिए बढ़ा दिया गया था। अब बिहार में भाजपा के मंत्री नितिन नबीन को पार्टी ने कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया है, जो कि पूर्ण अध्यक्ष के चुनाव तक भाजपा संगठन के सर्वेसर्वा होंगे।
ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर भाजपा ने पूर्ण अध्यक्ष की जगह फिलहाल कार्यकारी अध्यक्ष का एलान क्यों किया है? इसके पीछे खरमास से जुड़ी क्या अटकलें लगाई जा रही हैं? पहले भाजपा ने अपना कोई अहम कार्य कब इस कारण से रोका है? इसके अलावा क्या भाजपा नितिन नबीन की जगह किसी अन्य चेहरे को पूर्णकालिक अध्यक्ष बना सकती है या वे ही इस पद पर बने रहेंगे? ऐसा पहले कब हुआ है? आइये जानते हैं...