'खाने-पीने के लाले, ड्रोन से निगरानी, मुश्किल था बचना...', MP में माओवादियों ने किए बड़े खुलासे

MP News: मध्य प्रदेश में माओवाद के खिलाफ चल रही मुहिम को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले 13 माओवादियों ने संगठन की कमजोर होती स्थिति और ग्रामीण समर्थन खत्म होने की बात स्वीकार की है। ड्रोन निगरानी और बढ़ते पुलिस दबाव के कारण जंगलों में टिके रहना उनके लिए मुश्किल हो गया था। अब पुलिस उनसे पूछताछ कर हथियारों की बरामदगी कर रही है।

By Digital Desk  Edited By: Akash Sharma  Publish Date: Sun, 14 Dec 2025 08:04:57 PM (IST)
Updated Date: Sun, 14 Dec 2025 08:13:07 PM (IST)

                          13 माओवादियों ने मध्य प्रदेश पुलिस के सामने समर्पण किया

HighLights

  1. ग्रामीणों ने राशन और मदद देना किया बंद
  2. ड्रोन निगरानी से छुपना हुआ मुश्किल
  3. जंगलों में गाड़े गए हथियार बरामद

नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: मध्य प्रदेश पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले 13 माओवादियों से सुरक्षा एजेंसियां गहन पूछताछ कर रही हैं। पूछताछ के दौरान माओवादियों ने बताया कि पिछले लगभग दो वर्षों से उन्हें ग्रामीणों का सहयोग मिलना बंद हो गया था, जिससे भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी होने लगी थी

माओवादियों के अनुसार पुलिस का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा था। ड्रोन के माध्यम से की जा रही निगरानी के कारण जंगलों में छिपकर रहना बेहद कठिन हो गया था। इसी दौरान संगठन के वरिष्ठ नेताओं ने अन्य राज्यों में समर्पण कर दिया, जिससे उन्हें भी आत्मसमर्पण के लिए मजबूर होना पड़ा।

जानकारी के अनुसार करीब छह महीने पहले बालाघाट जिले के रासीमेटा गांव के ग्रामीणों ने माओवादियों को राशन और अन्य सामग्री देने से इनकार कर दिया था। यह गांव माओवादी रही संगीता का है। पहले यहां के लोग भय के कारण माओवादियों की मदद करते थे, लेकिन पुलिस ने रणनीति के तहत गांव में चौकी स्थापित कर दी। इससे ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना बढ़ी और उन्होंने सहयोग बंद कर दिया।

रासीमेटा गांव के बाद अन्य गांवों के लोगों ने भी माओवादियों को सहायता देने से मना कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ की प्रक्रिया अभी जारी है। इसके बाद अन्य राज्यों में समर्पण करने वाले मध्य प्रदेश के माओवादियों को भी प्रदेश लाकर पूछताछ की जाएगी।

पूछताछ के दौरान पुलिस का मुख्य फोकस जंगलों में छिपाए गए हथियारों की जानकारी जुटाने पर है। माओवादियों ने कई स्थानों पर जमीन के अंदर हथियार छिपा रखे थे, जिन्हें अब बरामद किया जा रहा है। इसके लिए समर्पण करने वाले माओवादियों को जंगलों में ले जाया जा रहा है। कान्हा-भारेमदेव डिवीजन के माओवादियों द्वारा बड़ी संख्या में हथियार जंगल में गाड़े गए थे, जिन्हें उनके बताए अनुसार निकाला गया है।


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