इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई अपनी मुलाकात को 'बहुत सकारात्मक' बताया। ताजानी भारत के तीन-दिवसीय दौरे पर हैं और इस दौरान दोनों देशों के बीच बढ़ते रिश्तों पर व्यापक चर्चा हुई। भारत-इटली रिश्तों में नई गर्माहट
एंटोनियो ताजानी ने कहा कि भारत और इटली के बीच औद्योगिक साझेदारी, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और रणनीतिक सहयोग लगातार मजबूत हो रहा है। उनकी बातचीत में खास जोर इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (आईएमईसी) और रूस-यूक्रेन युद्ध पर रहा। उन्होंने साफ कहा, 'भारत रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौते की दिशा में अहम भूमिका निभा सकता है।'
PM मोदी को 2026 में इटली आने का न्योता
इस दौरान एंटोनियो ताजानी ने बताया कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की ओर से उन्होंने मोदी को अगले साल इटली आने का औपचारिक निमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा, '2026 में पीएम मोदी मेरे देश, इटली आएंगे।' वहीं पीएम मोदी ने इस मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया है।
IMEC के फिर से तेजी पकड़ने की उम्मीद
इस बैठक का बड़ा हिस्सा आईएमईसी पर केंद्रित रहा, जो भारत, मध्य पूर्व और यूरोप को जोड़ने वाला महत्वाकांक्षी व्यापार मार्ग है। मध्य पूर्व की मौजूदा स्थिति पर ताजानी ने कहा कि हालात पहले से बेहतर हैं और यह प्रोजेक्ट आगे बढ़ाने के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है। इतालवी डिप्टी पीएम ताजानी के अनुसार अब संघर्ष विराम की जरूरत है और माहौल सुधर रहा है। भारत और इटली इस परियोजना को आगे बढ़ाने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। सऊदी अरब की अपनी हालिया यात्रा में भी उन्होंने आईएमईसी पर चर्चा की है। उनका कहना था, 'हम जल्द शुरू करेंगे। भारत और इटली फ्रंट लाइन पर हैं। अब हालात बेहतर हैं, इसलिए सही दिशा में आगे बढ़ना संभव है।'
जी20 में बनी थी आईएमईसी की नींव
आईएमईसी की घोषणा 2023 में नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन में हुई थी। इसका उद्देश्य एशिया, खाड़ी देशों और यूरोप को तेज, सुरक्षित और आधुनिक व्यापारिक मार्ग से जोड़ना है, जिसमें इस्राइल, सऊदी अरब और अंत में इटली तक कनेक्टिविटी शामिल है।