शशिकांत तिवारी, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश के लिए युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव, जिलों के अध्यक्ष, जिला महासचिव, ब्लाक अध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्षों की घोषणा दिल्ली से 30 या 31 अक्टूबर को हो सकती है। प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा नवंबर में होगी। चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस संगठन की दृष्टि से प्रदेश में बने एक हजार ब्लाक व उप ब्लाकों में अध्यक्ष पद के लिए सौ से अधिक में किसी ने दावेदारी ही नहीं की, इस कारण इन ब्लाकों में अध्यक्ष की घोषणा अभी नहीं हो पाएगी।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी वर्ष 2028 में प्रस्तावित मध्य प्रदेश विधानसभा और 2029 के लोकसभा चुनाव की दृष्टि से बूथ स्तर तक सशक्त संगठन खड़ा करने पर बल दे रहे हैं, पर पार्टी के लिए चिंता की बात यह है कि ब्लाकों में युवा कांग्रेस का नेतृत्व संभालने के लिए आगे आने वालों की कमी है। ज्यादा खराब स्थिति अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) विधानसभा सीटों के अंतर्गत आने वाले ब्लाकों की है।
विधानसभा चुनाव में 230 में से 66 पर सिमटने और लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटें हारने के बाद कांग्रेस इन दोनों वर्गों में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए कई आंदोलन और अभियान चला चुकी है। इसके बाद भी जिन युवाओं के बूते पार्टी भाजपा को मात देने का दम भर रही है, उनकी बेरुखी पार्टी के लिए बड़े संदेश की तरह है।
कभी कांग्रेस के गढ़ रहे शिवपुरी जिले की पांच विधानसभा सीटों के 26 ब्लाक व उप ब्लाकों में 14 में युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के लिए कोई सामने नहीं आया। यह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाला क्षेत्र है। यहां एससी के लिए आरक्षित करेरा विधानसभा सीट को कांग्रेस ने सात ब्लाक में बांटा है।
इनमें नरवर छोड़ दें तो बाकी में किसी ने दावेदारी नहीं की। कई जगह विधानसभा अध्यक्ष और जिला महासचिव बनने में भी युवाओं ने रुचि नहीं ली है। सवाल यह है कि जब कोई अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं है तो बूथ स्तर तक युवा कांग्रेस का संगठन इस सीट पर कैसा होगा यह साफ है।
बता दें कि पहली बार आनलाइन सदस्यता और मतदान से देशभर में इन पदाधिकारियों का चुनाव हो रहा है। मध्य प्रदेश में 15 लाख 37 हजार नए सदस्य बनाने का दावा था, पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) की जांच में छह लाख ही वैध सदस्य मिले हैं, जबकि दस्तावेज अपूर्ण होने के कारण चार लाख की सदस्यता होल्ड हैं।
युवा कांग्रेस का संगठन सृजन हो रहा है। अगले 10 दिन में ब्लाक, विधानसभा व जिलाध्यक्ष सहित युवा कांग्रेस की ऊर्जावान टीम देखने को मिलेगी। नया नेतृत्व उभर कर आएगा। 15 लाख से अधिक युवाओं ने सदस्यता के लिए आवेदन किया जो दर्शाता कि मप्र में युवाओं का भाजपा से मोह भंग हुआ है।
- विवेक त्रिपाठी, प्रवक्ता, मप्र कांग्रेस