Nobel Peace Prize: ट्रंप के समर्थन में आए रूसी राष्ट्रपति पुतिन, कहा- उन्होंने शांति के लिए बहुत कुछ किया है

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वॉशिंगटन Published by: पवन पांडेय Updated Fri, 10 Oct 2025 07:33 PM IST

Putin On Trump Nobel Peace Prize: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी प्रतिक्रिया दी है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने शांति के लिए बहुत कुछ किया है। पढ़ें राष्ट्रपति पुतिन ने क्या कुछ कहा है...

इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को दिया गया है। उन्हें इस पुरस्कार से उनके देश में लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा और लोकतंत्र की लड़ाई के लिए सम्मानित किया गया। हालांकि, इस खबर के बाद अमेरिका और दुनियाभर में हलचल मची। व्हाइट हाउस ने नोबेल समिति की आलोचना की, क्योंकि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस बार नोबेल शांति पुरस्कार से वंचित किया।

पुतिन ने ट्रंप के शांति प्रयासों की सराहना की
इसी बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप के शांति प्रयासों की सार्वजनिक सराहना की। एक रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने कहा कि ट्रंप शांति के लिए बहुत कुछ करते हैं। उन्होंने विशेष रूप से पश्चिम एशिया में हाल ही में हुए युद्धविराम का उदाहरण दिया, जिसे ट्रंप की 20-बिंदु की शांति योजना के तहत लागू किया गया। पुतिन ने यह भी कहा कि यह उनका काम नहीं है कि वे तय करें कि ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए या नहीं। उन्होंने ट्रंप की गाजा शांति पहल का भी समर्थन किया और कहा कि अगर यह सफल होती है, तो यह इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।                                                                                                                                                                                                     नोबेल शांति पुरस्कार ने अपनी प्रतिष्ठा खो दी- पुतिन
राष्ट्रपति पुतिन ने ताजिकिस्तान की यात्रा के बाद संवाददाताओं से कहा कि अतीत में ऐसे कई उदाहरण रहे हैं जब नोबेल शांति पुरस्कार ऐसे लोगों को दिया गया जिन्होंने शांति के लिए कुछ नहीं किया, जिससे पुरस्कार की विरासत और नोबेल समिति की विश्वसनीयता धूमिल हुई। उन्होंने कहा, 'यह तय करना मेरे हाथ में नहीं है कि नोबेल पुरस्कार किसे मिलना चाहिए। ऐसे मामले भी आए हैं जब समिति ने उन लोगों को नोबेल शांति पुरस्कार दिया जिन्होंने शांति के लिए कुछ नहीं किया। मेरे विचार से, ऐसे निर्णय लेकर उन्होंने पुरस्कार की विश्वसनीयता को काफी कमजोर कर दिया है।' उन्होंने आगे कहा कि शांति पुरस्कार महान व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए दिया जाना चाहिए।                                                                                                जेलेंस्की पर पुतिन ने कसा तंज
वहीं पुतिन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बयान पर तंज कसा, जिसमें जेलेंस्की ने कहा था कि अगर अमेरिका टॉमहॉक क्रूज मिसाइल यूक्रेन को देता है और शांति समझौता कराने में मदद करता है तो डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया जा सकता है। पुतिन ने इसे 'हास्यास्पद' बताया और कहा कि नोबेल समिति जेलेंस्की की राय में दिलचस्पी नहीं रखती। बता दें कि जेलेंस्की ने कहा था कि उन्होंने ट्रंप से मुलाकात में इस मुद्दे पर बात की और संकेत मिले कि इसे तकनीकी स्तर पर विचार किया जाएगा। उनका मानना है कि लंबी दूरी तक मार करने वाले टॉमहॉक मिसाइल रूस पर दबाव बना सकते हैं और बातचीत का रास्ता खोल सकते हैं। जबकि ट्रंप ने इस पर कहा कि वह स्थिति समझने के बाद ही कोई फैसला लेंगे, क्योंकि वे संघर्ष को बढ़ाना नहीं चाहते। वहीं रूस ने चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन को टॉमहॉक दिए गए तो संकट और गहरा होगा और अमेरिका-रूस संबंधों को गंभीर नुकसान पहुंचेगा।
ट्रंप इसके हकदार हैं- बेंजामिन नेतन्याहू
बता दें कि, इससे पहले इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी ट्रंप की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'ट्रंप इसके हकदार हैं।' प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, 'नोबेल समिति शांति की बात करती है, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसे साकार करते हैं। तथ्य खुद बोलते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप इसके हकदार हैं।' ट्वीट में उन्होंने 'शक्ति के माध्यम से शांति' का हैशटैग भी इस्तेमाल किया। इस घोषणा के दिन ही, इस्राइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने बताया कि इस्राइल और हमास के बीच ट्रंप की योजना के अनुसार युद्ध-विराम लागू हो गया है।
कौन हैं मारिया कोरिना मचाडो?
वेनेजुएला की मुख्य विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को साल 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है। बता दें कि, आयरन लेडी के नाम से भी मशहूर मचाडो का नाम टाइम पत्रिका की '2025 के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों' की सूची में शामिल हैं। 

Leave Comments

Top