रिजर्व बैंक ने अपने डिप्टी गवर्नरों के विभागों में फेरबदल किया है, क्योंकि डिप्टी गवर्नर माइकल देवव्रत पात्रा का विस्तारित कार्यकाल मंगलवार को खत्म हो गया। आरबीआई ने एक बयान में कहा कि माइकल देवव्रत पात्रा के अधीन प्रमुख मौद्रिक नीति विभाग वरिष्ठतम डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव को दिया गया है। इसके अलावा, एम. राजेश्वर राव को आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग, सांख्यिकी और सूचना प्रबंधन विभाग और अंतर्राष्ट्रीय विभाग भी सौंपा गया है।
बता दें कि, सरकार ने पिछले साल माइकल देवव्रत पात्रा का कार्यकाल एक साल बढ़ाकर 14 जनवरी, 2025 तक कर दिया था।
रिजर्व बैंक ने 33 विभागों में किया फेरबदल
केंद्रीय बैंक ने अपने 33 विभागों में फेरबदल किया है, जिनमें तीन डिप्टी गवर्नर - एम. राजेश्वर राव, टी. रबी शंकर और स्वामीनाथन जानकीरमन शामिल हैं। इस फेरबदल के साथ, रबी शंकर मुद्रा प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय बाजार संचालन और वित्तीय बाजार विनियमन समेत 13 विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगे। आरबीआई के अनुसार, स्वामीनाथन जानकीरमन पर्यवेक्षण और जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम सहित नौ विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगे।
नए डिप्टी गवर्नर के चयन की प्रक्रिया भी शुरू
इस बीच, सरकार ने नए डिप्टी गवर्नर के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चयन कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली वित्तीय क्षेत्र विनियामक नियुक्ति खोज समिति (FSRASC) की तरफ से किया जाता है। समिति के अन्य सदस्यों में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव, आरबीआई गवर्नर और तीन बाहरी विशेषज्ञ शामिल हैं। केंद्रीय बैंक में चार डिप्टी गवर्नर, मौद्रिक नीति विभाग की देखरेख करने वाला एक अर्थशास्त्री, एक वाणिज्यिक बैंकर और दो बैंक के भीतर से होते हैं।