Team India Analysis: हार्दिक पर चयनकर्ताओं ने क्यों जताया भरोसा? जानिए किस तरह दौड़ में पिछड़े रिंकू

स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शोभित चतुर्वेदी Updated Tue, 30 Apr 2024 06:47 PM IST

आईपीएल 2024 के बाद वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए मंगलवार को 15 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा हो गई। अजित अगरकर की अगुआई वाली चयनसमिति ने आईपीएल में खराब प्रदर्शन करने वाले हार्दिक पांड्या पर फिर भरोसा जताया है।

आईपीएल 2024 के बाद वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए मंगलवार को 15 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा हो गई। अजित अगरकर की अगुआई वाली चयनसमिति ने आईपीएल में खराब प्रदर्शन करने वाले हार्दिक पांड्या पर फिर भरोसा जताया है। हार्दिक ना सिर्फ मुख्य टीम में शामिल हैं, बल्कि वह टूर्नामेंट में भारतीय टीम के उपकप्तान की भूमिका भी निभाने जा रहे हैं। वहीं, रिंकू सिंह का टीम में होना सबसे बड़ा सरप्राइज रहा क्योंकि रिंकू पिछले करीब 10 महीने से लगातार भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे। 

 
क्या होगी विराट की भूमिका?
आईपीएल 2024 सीजन से पहले विराट कोहली के टी20 विश्व कप टीम में शामिल होने को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा था कि मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर को कोहली को इस बात के लिए मनाने का जिम्मा दिया गया है कि वह युवा खिलाड़ियों के लिए जगह छोड़ें, लेकिन कोहली का बल्ला आईपीएल में जमकर बोला। कोहली मौजूदा आईपीएल सीजन में 10 मैचों में 500 रन बना चुके हैं और वह ऑरेंज कैप की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। कोहली ने इस दौरान 147.49 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं और उनके बल्ले से एक शतक और चार अर्धशतक निकला है। कोहली का स्ट्राइक रेट हालांकि लोगों के निशाने पर रहा, लेकिन उनके प्रदर्शन को चयनकर्ता किसी भी सूरत में नजरअंदाज नहीं कर सके। कोहली आईपीएल में आरसीबी के लिए ओपनिंग करने आते हैं, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह टी20 विश्व कप में रोहित शर्मा के साथ भी पारी का आगाज करने उतरेंगे? पूर्व कप्तान सौरव गांगुली सहित क्रिकेट के कुछ दिग्गज खिलाड़ियों ने भी पैरवी की है कि रोहित और कोहली को पारी की शुरुआत के लिए उतरना चाहिए। हालांकि, यशस्वी जायसवाल के टीम में होने से यह देखना होगा कि टीम प्रबंधन ओपनिंग जोड़ी में किसी तरह का बदलाव करता है या नहीं
हार्दिक पर क्यों जताया भरोसा?
आईपीएल में मुंबई इंडियंस की कमान संभाल रहे हार्दिक पांड्या पर चयनकर्ताओं ने फिर भरोसा जताया है। हार्दिक फिलहाल बल्ले और गेंद दोनों से प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने अब तक खेले नौ मैचों में बल्ले से 197 रन बनाए हैं, जबकि इस सीजन वह एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके हैं। वहीं, गेंदबाजी में भी हार्दिक फ्लॉप रहे हैं और सिर्फ चार विकेट ही हासिल कर सके हैं। उन्होंने इस दौरान 11.95 की इकॉनोमी से गेंदबाजी है। आईपीएल में खराब प्रदर्शन के बावजूद हार्दिक पर इसलिए भरोसा जताया गया क्योंकि वह टीम के एकमात्र ऐसे ऑलराउंडर हैं जो 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं, जबकि डेथ ओवरों में तेजी से खेलने की क्षमता रखते हैं। टीम में उनके अलावा शिवम दुबे भी शामिल हैं जो आक्रमक बल्लेबाजी करते हैं, लेकिन उन्होंने मौजूदा आईपीएल सीजन में अब तक गेंदबाजी नहीं की है। माना जा रहा था कि हार्दिक के बदले ऋषभ पंत को टीम का उपकप्तान बनाया जाएगा, लेकिन हार्दिक से यह भूमिका भी नहीं छीनी गई है।
पंत-सैमसन को राहुल-जितेश पर प्राथमिकता क्यों?
टी20 विश्व कप के लिए टीम चयन को लेकर जिस विभाग पर सबसे ज्यादा चर्चा हुई वो था विकेटकीपर। इसे लेकर चयनकर्ताओं के सामने कई दावेदार थे जिसमें मुख्य रूप से ऋषभ पंत, संजू सैमसन और केएल राहुल का नाम सबसे आगे चल रहा था। चौथा विकल्प पंजाब किंग्स के विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा थे। जितेश आईपीएल के मौजूदा सीजन से पहले अफगानिस्तान के खिलाफ हुई घरेलू टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा थे और माना जा रहा था कि उन पर चयनकर्ता चर्चा कर सकते हैं। हालांकि आईपीएल में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा जिस कारण वह दौड़ में पिछड़ गए। दूसरी तरफ सैमसन, पंत और राहुल तीनों ही आईपीएल में अपनी-अपनी टीम की कप्तानी संभालते हैं और बल्ले से उम्दा प्रदर्शन कर रहे हैं। पंत ने कार दुर्घटना में घायल होने के कारण 16 महीने बाद भारतीय टीम में वापसी की। पंत आक्रमक अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं, जबकि सैमसन नियमित रूप से टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। राहुल ने भी लखनऊ सुपरजाएंट्स के लिए अच्छी पारियां खेली हैं, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट टी20 की तुलना में धीमा रहा जिस कारण पंत और सैमसन उनसे आगे निकल गए।
रिंकू क्यों नहीं बना पाए टीम में जगह?
हाल के महीनों में फिनिशर के रूप में जगह बनाने वाले रिंकू सिंह का 15 सदस्यीय टीम में जगह ना बना पाना काफी सवाल खड़े कर गया। टीम चयन से पहले लगभग हर क्रिकेट विशेषज्ञ की टीम में शामिल रहे रिंकू रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर टीम के साथ जाएंगे। रिंकू भारतीय टीम के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और उन्होंने अपनी आक्रमक बल्लेबाजी से सभी का ध्यान खींचा था। माना जा रहा था कि रिंकू 15 सदस्यीय टीम में होंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। समझा जाता है कि टीम संयोजन के कारण उन्हें जगह नहीं मिल सकी। दूसरी बात केकेआर के लिए खेलते हुए रिंकू को इस सीजन ज्यादा अवसर नहीं मिले और कुछ मैचों में वह इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर खेलने उतरे। रिंकू की जगह शिवम दुबे को मौका मिला। संभवतः इसकी वजह यही है कि दुबे बल्ले के साथ-साथ गेंदबाजी भी करना जानते हैं और जरूरत पड़ने पर गेंदबाजी कर सकते हैं। दुबे ने मौजूदा आईपीएल में गेंदबाजी नहीं की है और बल्लेबाजी ऑलराउंडर के रूप में पहले से ही हार्दिक पांड्या मौजूद है।
यशस्वी को शुभमन पर तरजीह क्यों?
शीर्ष क्रम को लेकर भी काफी माथापच्ची हुई थी और यह पहले से ही तय माना जा रहा था कि चयनकर्ता यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल में से किसी एक को ही मौका देंगे। यशस्वी का बल्ला आईपीएल के शुरुआत कुछ मुकाबलों में एकदम खामोश था और कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह खबरें भी चलने लगी थी कि यशस्वी का विश्व कप टिकट कट सकता है, लेकिन शुभमन बल्लेबाजी के साथ-साथ कप्तानी में प्रभाव नहीं छोड़ सके और उनकी टीम गुजरात टाइंटस की स्थिति आईपीएल में अच्छी नहीं चल रही है। यशस्वी ने मुंबई के खिलाफ शतक लगाकर साबित किया कि वह खराब फॉर्म को पीछे छोड़ चुके हैं, जबकि शुभमन लगातार रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। शीर्ष क्रम में काफी विकल्प होने के कारण यशस्वी शुभमन से आगे निकलने में सफल रहे।
आईपीएल का प्रदर्शन बना चयन का आधार?
इस बारे में भी काफी चर्चा हुई थी कि आईपीएल का प्रदर्शन भारतीय टीम का चयन का आधार बनेगा। विश्व कप के लिए टीम में सैमसन, शिवम दुबे और युजवेंद्र चहल का शामिल होना इस बात के संकेत दे रहा है कि कहीं ना कहीं आईपीएल में किया गया प्रदर्शन भी चयन का आधार बना। चहल लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे, जबकि सैमसन और शिवम दुबे भी नियमित रूप से टीम का हिस्सा नहीं होते हैं। इन तीनों ही खिलाड़ियों ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया संभवतः इसी का फल इन तीनों को मिला। दूसरी ओर, शुभमन, केएल राहुल और रिंकू सिंह का टीम में शामिल ना होना भी इस बात का पक्का सबूत है कि चयनकर्ताओं की नजरें आईपीएल में किए गए प्रदर्शन पर टिकी हुई थी।

Leave Comments

Top